Sunday, November 13, 2016

Divya Kohli Kavita

न मिलेगी दोबारा
ये ज़िन्दगी ।
मुस्कुरा कर जियो
क्यों खो रहे हो इस
दुनिया की भीड़ में ..
कुछ अलग कर जियो ।
आते रहते हैं गम
और खुशियाँ ज़िन्दगी में
तो क्या हुआ सबको हंसा
कर जियो ।
लोग क्या कहेंगे
छोड़ दो इस ख्याल को
कहने दो लोगों को
तुम अपने बल पर
इस संसार में जियो ।
बहुत मिलेंगे
राह से भटकाने वाले..
पर अपने लक्ष्य को पाने
के लिए ज़िद्द से जियो ।

Divya kohli

No comments:

Post a Comment