Tuesday, January 24, 2017

मेरा हिमाचल

कविता हिमाचल के बढते कदम  

मेरे छेले हिमाचल में हो रहा है चारों और विकास 

पहुँच रहीं हैं घर घर सड़के 

और किया जा रहा है समस्याओं का समाधान 

बस रहे हैं ओद्योगिक नगर 

और हो रहा है शिक्षा का प्रसार 

हंसती गाती प्रकृति 

और वर्फ से ढके हैं पहाड़ ।

मेरा हिमाचल कर रहा है नित कायम नए आयाम ।

दिव्या कोहली

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