Saturday, March 28, 2015

कविता हिमाचल के बढते कदम मेरे छेले हिमाचल में हो रहा है चारों और विकास पहुँच रहीं हैं घर घर सड़के और किया जा रहा है समस्याओं का समाधान बस रहे हैं ओद्योगिक नगर और हो रहा है शिक्षा का प्रसार हंसती गाती प्रकृति और बर्फ से ढके हैं पहाड़ मेरे प्रदेश  हिमाचल का है इक अपना इतिहास छोटी छोटी रियासतों को इकठा कर की गई स्थापना इस प्रदेश की फिर बना था केंद्र शासित भी 25 जनवरी  के दिन मिला था देवभूमि हिमाचल को पूर्ण राज्य का सम्मान तब से कर रहा है हिमाचल नित कायम नए आयाम दिव्या कोहली (शाहपुर


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