कविता
हिमाचल के बढते कदम
मेरे छेले हिमाचदिल में हो रहा है
चारों और विकास
पहुँच रहीं हैं घर घर सड़के
और
किया जा रहा है
समस्याओं का समाधान
बस रहे हैं ओद्योगिक नगर और
हो रहा है शिक्षा का प्रसार
हंसती गाती प्रकृति और
बर्फ से ढके हैं पहाड़
मेरे प्रदेश हिमाचल का है
इक अपना इतिहास
छोटी छोटी रियासतों को
इकठा कर
की गई स्थापना
इस प्रदेश की
फिर बना था
केंद्र शासित प्रदेश भी
25 जनवरी के दिन मिला था
देवभूमि हिमाचल को
पूर्ण राज्य का सम्मान
तब से कर रहा है हिमाचल
नित कायम नए आयाम
दिव्या कोहली
(शाहपुर)
divyakohli.blogspot.com
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